तत्काल पैसे की आवश्यकता है, गोल्ड लोन और पर्सनल लोन में कौनसा विकल्प बेहतर है, यह निवेश का सही समय है।

गोल्ड लोन और पर्सनल लोन, दोनों में राशि आपके अकाउंट में इंस्टालेशन कर दी जाती है। इस राशि का उपयोग आप किसी भी व्यक्ति को करने के लिए कर सकते हैं। ऐसे में इन दोनों में शामिल दवाओं का तत्काल उपयोग उनके लिए सबसे अच्छा है। हालाँकि गोल्ड लोन और पर्सनल लोन दोनों में अलग-अलग विशेषताएं हैं, जो उन्हें कुछ ऋण ऋण के लिए अधिक सुविधाजनक बनाता है तो कुछ के लिए कम है। इस लेख में हम जानेंगे कि दोनों में से आपके हिसाब से कौन सा लोन आपके लिए बेहतर होगा।

बाकी दर

10.49% से 27% तक हैं हॉलीवुड विज्ञापन व एन.बी.एफ.सी. द्वारा दिए गए विवरण। लोन लोन ब्याज दर पर ये बैंक की रोक और स्टॉक की क्रेडिट प्रोफ़ाइल की अनुमति नहीं है। वहीं, गोल्ड लोन की राइटर राइटर 9% से 24% के बीच है। किसी स्टॉक को गोल्ड लोन पर किस तरह का ब्याज दिया जाएगा, यह उसका जोखिम आकलन, लोन रीभुगतान अवधि, लोन राशि और री-भुगतान विकल्प पर अनुशंसित है।

ध्यान रखें कि कुछ लोन संस्थान बड़ी ब्याज दर और लंबी पुनर्भुगतान पर अधिक ब्याज लागू करते हैं, इसलिए किसी एक संस्थान से ऋण लेने से पहले कई संस्थान या एनबीएचआर्इ की ब्याज दर, साख फोरम, लोन राशि, पुनर्भुगतान अवधि (टैन्योर) जैसे ब्याज की तुलना करें। इसके बाद चुनाव के लिए सबसे अच्छा लोन ऑफर मिलेगा। गोल्ड लोन और पर्सनल लोन की रुचि में अंतर अच्छी क्रेडिट प्रोफ़ाइल वाले लोगों के लिए अधिक नहीं हो सकता है। हालाँकि, गोल्ड लोन की विश्वसनीयता आमतौर पर खराब प्रोफ़ाइल वाले लोगों के लिए पर्सनल लोन से कम होती है।

दूसरा समय

किसी पर्सनल लोन के लिए पर्सनल लोन देने से पहले बैंक से जुड़े कई सारे डाक्यूमेंट्स चेक करते हैं, जिसमें पर्सनल लोन एप्लीकेशन फॉर्म, आईटीआर फॉर्म या पर्सनल लोन के विवरण और अन्य डाक्यूमेंट्स शामिल होते हैं। इन डाक्यूमेंट्स को वैरिफाई करने में बैंक को 2 से 7 दिन का समय मिलता है फिर लोन मंजूर होता है। हालाँकि कुछ बैंक पर्सनल लोन के मामले में कम समय में विशेष रूप से प्री-एट्रेंड लोन के मामले में हैं।

वहीं, गोल्ड लोन का बिजनेस टाइम बहुत कम होता है। लोन अप्लाई करने के कुछ ही चौथाई हिस्से में लोन की राशि अंकित कर दी जाती है। बता दें, गोल्ड लोन में ज्वालामुखी की क्रेडिट प्रोफाइल की जगह गिरवी रखे सोने की गुणवक्ता अधिक बोली जाती है। इसलिए लोगों के लिए तत्काल पैसे की आवश्यकता होती है पर्सनल लोन के लिए गोल्ड लोन एक बेहतर प्लेसमेंट होता है।

गोल्ड लोन और पर्सनल लोन पर क्रेडिट का असर

पर्सनल लोन एक अन- सिक्योर्ड लोन होता है इसलिए बैंक किसी भी बैंक को लोन देने से पहले कई तरह की रकम जुटाता है। वह क्रेडिट स्कोर, मासिक आय, जॉब प्रोफाइल और कंपनी प्रोफाइल जैसे फैक्टर्स की जांच करता है, और इनके आधार पर ही लोन मंजूर होता है और रुचि दर तय होती है। खराब क्रेडिट स्कोर (700 से कम) वाले लीक को मुश्किल से और अधिक ब्याज दर पर लोन मिलता है। जबकि 750 से अधिक क्रेडिट स्कोर वाले लेक को आम तौर पर बैंक प्रीमियम के साथ कम ब्याज दर पर लोन की पेशकश की जाती है।

गोल्ड लोन में मामला बिल्कुल उल्टा है। यह एक सिक्योर्ड लोन होता है यानी लोन के बदले बैंक में सोना गिरवी रखा जाता है। इसलिए बैंक क्रेडिट स्कोर के आधार पर नहीं बल्कि गिरवी रखे सोने के आधार पर लोन की मंजूरी देता है। अगर ऋणदाता लोन का पुनर्भुगतान नहीं कर पाता है तो बैंक या लोन संस्थान गिरवी रखे सोने को बेचकर अपना पैसा वसूल सकता है।

लोन भुगतान वसीयत

पर्सनल लोन को ईएमआई के माध्यम से भुगतान किया जा सकता है जिसमें मूल और दोनों हित शामिल हैं। जबकि लोन इंस्टीट्यूट गोल्ड लोन के पुनर्भुगतान के लिए कई सारे पद दिए गए हैं। जिसमें ईएमआई पुनर्भुगतान, मासिक आधार पर ब्याज राशि का भुगतान और पुनर्भुगतान अवधि समाप्त होने पर मूल राशि भुगतान करने का विकल्प शामिल है। इसके अलावा कुछ लोन इंस्टीट्यूट ऋणदाता को ये भी सूची दी गई है कि उसने लोन लेने के समय पूरी तरह से ब्याज चुकाया है और लोन पुनर्भुगतान अवधि मूल राशि का भुगतान करने पर समाप्त हो रही है। इसके साथ ही, कुछ इंस्टीट्युट्यूशन ओरियॉन्जिया को उधार दिया गया है कि वोट ब्याज और मूल राशि दोनों लोन पुनर्भुगतान अवधि के समाप्त होने पर भुगतान किया जा सकता है। इसलिए, गैर-ई मनोविज्ञान आधारित पुनर्भुगतान विकल्पों के उपलब्ध होने के कारण गोल्ड लोन उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है, जिसमें आय स्थिर नहीं है या कभी-कभी सिद्धांतों की कमी भी हो जाती है।

दूसरा फ़ेस

पर्सनल लोन की दुकान पर आम तौर पर लोन राशि का 4% तक मिलता है। वहीं, गोल्ड लोन के मामले में भी लोन राशि के लिए 2% तक की छूट मिलती है, कुछ लोन संस्थान पर भी लोन राशि के लिए समान फीस लेते हैं, जो 10 रु. से शुरू होता है. बता दें, लोन लेने के दौरान होने वाला खर्चा दलाली के अंतर्गत आता है। इसलिए बिजनेस लोन को एक बिजनेस अकाउंट के तौर पर पेश किया जाना चाहिए और यह अकाउंट ऑफर होना चाहिए कि कौन सा लोन उन्हें कितना महंगा देगा।

पुनर्भुगतान अवधि

पर्सनल लोन की पुनर्भुगतान अवधि आमतौर पर 1 वर्ष से लेकर 5 वर्ष तक होती है। हालाँकि कुछ बैंक या लोन संस्थान 7 साल की लंबी अवधि भी देते हैं। वहीं, गोल्ड लोन के लिए पुनर्भुगतान अवधि 7 दिन से लेकर 3 साल तक होती है। जबकि कुछ लोन इंस्टीट्यूट 4 से 5 साल का समय भी ऑफर करते हैं। गोल्ड लोन उन लोगों के लिए बेहतर है जो कम समय में लोन का पुनर्भुगतान करने में सक्षम हैं, जबकि पर्सनल लोन उन लोगों के लिए जादू है जो लंबे समय से लोन पुनर्भुगतान करने की स्थिति में हैं। याद रखें, लम्बा पुनर्भुगतान अवधि में अधिक ब्याज चुकाना है।

लोन राशि

आम तौर पर बैंक पर 50,000 से कम कीमत पर 15 लाख रुपये तक का लोन मिलता है। वहीं, कुछ बैंक या लोन संस्थान 30 से 40 लाख रुपये का बड़ा लोन अमाउंट भी ऑफर करते हैं। ये लोन माउंट बैंक किसी भी तरह की भुगतान क्षमता और लोन अवधि के आधार पर तय करता है। वहीं, गोल्ड लोन के मामले में संस्थान गिरवी राखे सोना और लोन टू वैल्यूएशन (एलटीवी) रेश्यो के आधार पर लोन की राशि तय करता है। आरबीआई के निर्देशों के मुताबिक, गोल्ड लोन का एलटीवी रेश्यो 75% तक हो सकता है, यानि गिरवी के मुताबिक सोने की कीमत 75% तक लोन दिया जा सकता है। लोन पर एलटीवी रेश्यो कोटा, ये चुने गए पैमाइश विकल्प, लागू रेगुलेट्री लिमिट आदि के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं।

गोल्ड लोन का भुगतान नहीं करना क्या होता है?

यदि वे समय सीमा से ऋण पर ब्याज का भुगतान नहीं करते हैं, तो ऋणदाता की भरपाई की जा सकती है ।। बैंक द्वारा अधिसूचित समय अवधि में कई अनुवर्ती कार्रवाई के बाद, यदि गोल्ड लोन की राशि ने अभी तक भुगतान नहीं किया है, तो बैंक अंततः आपके नुकसान की भरपाई के लिए सोने के आभूषणों को समाप्त कर देगा या नीलाम कर देगा।

गोल्ड लोन लेने वाले की मृत्यु कैसे होती है?

अगर कर्ज़दार की मृत्यु हो जाये तो कर्ज़ का क्या होगा? यदि आप मृत्यु के बाद स्वर्ण ऋण का भुगतान नहीं कर रहे हैं, तो आपके उत्तराधिकारियों को उत्तर दोषी ठहराया जाएगा ।। हालाँकि, यदि आपके पास बीमा है, तो बीमा कंपनी आपकी ओर से शेष ऋण राशि का भुगतान करेगी। इसमें हर ऋण के साथ बीमा शामिल होता है।

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